जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक सम्पन्न नरसिंहपुर से श्रीकांत दुबे की रिपोर्ट

जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक सम्पन्
नरसिंहपुर, 22 अप्रैल 2020. जिले में कोविड- 19 कोरोना वायरस से निपटने के लिए गठित जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बुधवार को सम्पन्न हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु आने वाले समय में वायरस को फैलने से बचाने के लिए बेहतर रणनीति तैयार करना था।
         बैठक में मौजूद आमंत्रित अतिथियों द्वारा अवगत कराया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में साग- सब्जी आदि की समस्या तो नहीं किंतु किराना सामग्री की आवश्यकता है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों को निर्धारित कर उन्हें किराना सामग्री की किट प्रदान की जा सकती है। ग्रामवासी अपने परिवार के लिए आवश्यक सामग्री की सूची ग्राम पंचायत को प्रदान कर सामग्री प्राप्त कर सकता है। इस प्रकार की व्यवस्था कालाबाजारी की प्रवृष्टि पर अंकुश लगाने सार्थक साबित होगी। शहरी क्षेत्रों में होम डिलेवरी के माध्यम से सामग्री का वितरण किया जा रहा है। अत: यह व्यवस्था इसी प्रकार चलती रहे। कलेक्टर श्री सक्सेना ने आश्वस्त करते हुए कहा कि शीघ्र ही इस प्रकार की व्यवस्था को क्रियान्वित किया जायेगा।         
         सदन में यह भी अवगत कराया गया कि ग्रामों में अभी तक सैनिटाइजेशन नहीं किया गया है। इसकी व्यवस्था ग्राम पंचायतों में करना चाहिये। राशन की दुकान में बायोमैट्रिक प्रणाली की जगह मैन्युल पद्धति का इस्तेमाल किया जाये। हितग्राहियों को पेंशन वितरण करने वाले बैंकिंग कारस्पोडेंट द्वारा वितरण की रोजाना मॉनीटरिंग की जाये। कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना ने बताया कि सैनिटाइजेशन के लिए कुछ लोग कीटनाशक आदि का प्रयोग कर रहे हैं। आईसीएमआर एवं डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के अनुसार इनका प्रयोग मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। एक प्रतिशत सोडियम हाइपो क्लोंइड का उपयोग कार्यालय, दुकानों के हैंडल, रेलिंग, टेबल पृष्ठ को साफ करने के लिए किया जाता है। इस तरह बेतरतीबी से इनका उपयोग घातक है। ग्राम पंचायतों में आसपास साफ- सफाई हो, लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, यह पर्याप्त है। सोशल मीडिया पर यह जागरूकता लाने की आवश्यकता है। पीडीएस के लिए बायोमैट्रिक व्यवस्था के निर्देश शासन स्तर से प्राप्त हुये हैं। इसमें सैनिटाइजेशन का इस्तेमाल करके ही संचालन हो रहा है। बैंकों द्वारा भी कुछ ऐसी व्यवस्था की जा रही है, जिसमें खाताधारक द्वारा दिये गये नम्बर पर मिस कॉल करने मात्र से उसके अकाउंट की सारी जानकारी एसएमएस के माध्यम से प्राप्त हो जायेगी। राशन वितरण के दौरान युवा वर्ग ही घर से आये। बुजुर्ग एवं महिलाओं को राशन के लिए नहीं भेजें।
         इसके अलावा आमंत्रित अतिथियों ने बताया कि तहसीलों में चिकित्सीय इमरजेंसी में पेट्रोल/ डीजल मिलने में समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। अभी भी कुछ लोगों को जो बीपीएल के लिए पात्र हैं लेकिन कार्ड नहीं बन पाया है, उनकी मदद की जानी चाहिये। कलेक्टर श्री सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी तहसीलों को इसके लिए गाड़ियां उपलब्ध कराई गई हैं। जरूरतमंद एवं बेसहारा लोगों के लिए समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से फ्री फूड पैकेट का वितरण किया जा रहा है।
         सदन में उपस्थित सभी आमंत्रित सदस्यों ने सहर्ष स्वीकारते हुये कहा कि जिले की चाक- चौबंद व्यवस्था के कारण ही हम अभी तक सुरक्षित हैं, किंतु टोटल लॉक डाउन में अभी भी हमें स्व अनुशासित रहने की आवश्यकता है। इस टोटल लॉक डाउन का उद्देश्य ही कोरोना संक्रमण वाहक लोगों की संख्या को कम करना है। इसे आगामी 3 मई तक यथावत बनाये रखना बेहतर है।
          बैठक में जनपद अध्यक्ष चीचली श्री मुकेश मरैया, सीईओ जिला पंचायत श्री केके भार्गव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनयू खान, कार्यपालन यंत्री लोनिवि श्री आदित्य सोनी, सीएमओ नगर पालिका श्री केएस ठाकुर, पत्रकार श्री जितेन्द्र गुप्ता व श्री आलोक सिंह, श्री विवेक रेजा सहित अन्य अधिकारी और सदस्यगण मौजूद थे।