मुख्यमंत्री श्री चौहान के अथक प्रयासों से अब तक एक लाख से अधिक श्रमिकों की घर वापसी हुई

मुख्यमंत्री श्री चौहान के अथक प्रयासों से अब तक एक लाख से अधिक श्रमिकों की घर वापसी हु


जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने औरंगाबाद में श्रमिकों की मृत्यु पर शोक संवेदना व्यक्त की


श्रमिकों की मृत्यु पर उनके परिवार को 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा


       प्रदेश में श्रमिकों की वापसी के प्रयास से श्रमिकों के चेहरों पर हंसी और रौनक अब साफ दिखाई दे रही है। यह प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों, और प्रदेश की जनता से प्यार का यह एक उदाहरण मात्र है जिससे इन सभी श्रमिकों की घर वापसी हुई है । 


      मुख्यमंत्री श्री चौहान से निर्देशन में  जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट द्वारा निरंतर अन्य राज्यों में फसे इन श्रमिकों को रेल और बस परिवहन के माध्यम से लाने की कवायद की जा रही है। अब तक महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और गुजरात सहित अन्य राज्यों से अब तक एक लाख से अधिक श्रमिकों को प्रदेश में वापसी कराई गई है। यह एक मानवीय पहल है वहीं उन्हें उनके निवास स्थलों तक सुगमता से पहुंचाया जा रहा है। यह श्रमिक प्रदेश के अन्य राज्यों में रहकर अपनी आजीविका चलाते थे और अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। 


         जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट द्वारा संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारी देते हुए और उनके प्रयासों से विगत दिवस तक गुजरात से 37 हजार, राजस्थान से 36 हजार श्रमिकों की वापसी कराई गयी है। वहीं अन्य राज्य से  श्रमिको को लाने के लिये 22 ट्रेनों की मांग रेलवे को सौंपी गई है जिससे महाराष्ट्र के अन्य जिलों में कार्यरत इन श्रमिकों को मध्यप्रदेश पुनः वापस लाया जा सके। आज फिर 4 विशेष श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से प्रदेश के राज्यो में फसे श्रमिकों को वापस लाने के लिए सागर, कटनी और भोपाल सहित अन्य जिलों के लिए ट्रेनों से लाया जाएगा । 


               मंत्री श्री सिलावट ने आज औरंगाबाद में रेल से 16 श्रमिकों की मृत्यु होने पर शोक संवेदना व्यक्त की है और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। उन्होंने  श्रमिकों की मृत्यु पर उनके परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मुख्यमंत्री की  घोषणा का सह्रदयता साभार माना है।
 उन्होंने घायल श्रमिकों के इलाज के लिए महाराष्ट्र सरकार से भी बात कर व्यवस्था की गई है। प्रदेश में अब तक 1 लाख मजदूर चार ट्रेन के माध्यम से आ चुके हैं। कल 9 ट्रेनों द्वारा अगले एक हफ्ते में दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को लेकर 50 ट्रेन मध्यप्रदेश आएगी। हमारी कोशिश रहेगी की हर जिले में एक ट्रेन आये। ताकि कलेक्टर को परेशान नही होना पड़े।  साथ ही बेहतर तरीके से लोगों को सोशल डिस्टेंसिग की मदद से घर पहुँचाया जा रहा है। सबसे ज्यादा 23 ट्रेन गुजरात से आएंगी। जम्मू कश्मीर के मप्र में रहने वाले 600 छात्रों को 25 बसों से भेजने की व्यवस्था की गई है। 


               उल्लेखनीय है कि कोरोना संकटकालीन समय और इस विषम परिस्थिति के चलते लॉक डाउन में फंसे होने के कारण इन श्रमिकों की आर्थिक स्थिति और रोजगार के अवसर अभी बंद होने के कारण यह पलायन कर रहे थे, जिसे राज्य सरकार ने मानवीयता और भावात्मक लगाव से इन्हें लाने का कार्य किया है। साथ ही जिला प्रशासन इस ओर विशेष ध्यान रखते हुए इनकी सहायता के साथ भोजन, नाश्ता, राशन और पानी आदि की व्यवस्था कर रहा है जिससे यह सकुशल अपने घर पहुंच सके।
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