देश के हर नागरिक की स्थिति सामान्य होने तक संयम बरते।
और सरकार से मेरा निवेदन है कि जब तक देश में लॉक डाउन है तब तक हर नागरिक को मासिक व्यय जैसे प्रत्यक्ष,अप्रत्यक्ष सहयोग करें। टैक्स, लाइट का बिल, नल का बिल प्राइवेट कर्मचारी व्यापारी की संपत्ति का टैक्स या किराया, और कम से कम संगठित, असंगठित श्रमिको को आर्थिक सहयोग राशि प्रदान करे।
और खास तौर पर वो यात्री जो अपने घर से दूर है और यातायात ठप होने की वजह से अपने घर नहीं पहुंच पा रहे है, उन्हें उनके घरों तक सुरक्षित छोड़े और तब तक उनके खाने एवं रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
*इस मुश्किल वक्त में*
सबसे अधिक नुकसान गरीब, मजदूरों, संगठित, असंगठित कर्मचारी देश के नागरिकों को हुआ है, देश की स्थिति को सामान्य करने में हर जिम्मेदार नागरिक पूर्ण योगदान दे, इस महामारी के बाद आर्थिक रूप से जल्दी सामान्य होना देश के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के लिए भी एक चुनोती है, मैं इस विपत्ति के समय सभी लोगों के स्वास्थ की कामनाओं के साथ ही यकीन है कि हमारे देश में इस महामारी का इलाज जल्द ही उपलब्ध होगा
इस संकट की घड़ी में आप सभी से मेरा निवेदन है कि अपने घरों से बाहर ना निकले, बाहर से आई वस्तुओं को धोने के बाद ही उपयोग में ले, बाहर किसी चीज़ को छूने के बाद अपने हाथों को तुरंत साबुन से धोए।
जरा सोचिए अगर संक्रमितों, मरीजों की संख्या बढ़ती है तो पूरे देश के संसाधन कम पड़ जाएंगे और उपलब्ध सुविधा से अधिक मरीज होने पर चिकित्सा व्यवस्था असंतुलित हो जायेगी, जिसके परिणामस्वरूप जान बचाना मुश्किल हो जाएगा।
इनकी उपस्थिति आपकी सुरक्षा है।
*पुलिस-चिकित्सक-मीडिया कर्मी-सफाईकर्मी* इनकी सेवा केवल आपकी सुरक्षा के लिए है, इनकी इज्जत करे, इनकी समझाइश, अंकुश लगाना नहीं बल्कि जनसुरक्षा है, इस महामारी को मजाक में ना ले, अपनी नही तो अपने परिवार की सोचे।
संयम बरतें सुरक्षित रहें।
अपनी आवश्यकताओं को इस मुश्किल वक्त में सीमित रखें। देश के जिम्मेदार नागरिक बने।