खंडवा।  विशेष वाहनों से प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजा गया* *सतना, डिंडोरी, बैतूल, रीवा के लिए खण्डवा से रवाना किए गए वाहन*

 


*खंडवा।  विशेष वाहनों से प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजा गया*


*सतना, डिंडोरी, बैतूल, रीवा के लिए खण्डवा से रवाना किए गए वाहन


खण्डवा 26 अप्रैल, 2020 - कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन के कारण अन्य जिलों के जो मजदूर खण्डवा के रेन बसेरा व अन्य आश्रय स्थलों में इन दिनों रह रहे है, उन्हें जिला प्रशासन द्वारा वाहनों से खण्डवा से सतना, रीवा, डिंडोरी के लिए रवाना किया गया। खण्डवा सर्किट हाउस के पास स्थित छात्रावास परिसर से 1 बस रवाना हुई। संयुक्त कलेक्टर श्री एस.एल. सिंघाड़े, अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री जगदीश बिल्लौरे ने सभी मजदूर यात्रियों को यात्रा की शुभकामनाएं दी। सभी यात्रियों को खाना खिलाकर उनके गृह जिले के लिए रवाना किया गया। इससे पूर्व शनिवार को 7 बसों से लगभग 350 मजदूरों को रवाना किया गया।


*रोजगार गारंटी योजना में मजदूरों को उनके गांव में ही दिया जा रहा रोजगार*


खण्डवा 26 अप्रैल, 2020 - लॉकडाउन के दौरान जनपद पंचायत पंधाना की ग्राम पंचायत सराय में मनरेगा योजनान्तर्गत 400 श्रमिको को पर्याप्त मात्रा में रोजगार उपलब्ध कराये जाने हेतु जलसंरक्षण के कार्य प्रारंभ किये गये, जिससे की लॉकडाउन के चलते दिहाड़ी मजदूरों को रोजगार मिलेगा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पंधाना ने बताया कि जनपद पंचायत पंधाना के विभिन्न ग्रामों में 263 निर्माण कार्य रोजगार गारंटी योजना व अन्य योजनाओं में प्रारंभ किए गए है, जिनमें लगभग 3200 मजदूर रोजगार पा रहे है। उन्होंने बताया कि इन कार्यो में जलसंरक्षण के प्रारंभ कार्य जिसमें कन्टूर टेªंच, पोखर तालाब जैसे निर्माण कार्य शामिल है। इन कार्यो से गांव के 400 श्रमिकांे को पूरा 1 माह ग्राम पंचायत सराय द्वारा रोजगार प्रदाय कराया जा सकेगा। सराय गांव में प्रारंभ इस कार्य में 10 दिव्यांग श्रमिको को भी अन्य श्रमिको को पानी पिलाने एवं बच्चों के रख-रखाव हेतु रोजगार उपलब्ध कराया गया है। कार्यरत श्रमिको को 1 अप्रैल 2020 से प्रचलित मजदूरी दर 190 रूपये के मान से प्रतिदिवस मजदूरी भुगतान किया जावेगा। जिससे की लॉकडाउन जैसी विकट परिस्थिति में मजदूरो की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। कोरोना संक्रमण के बचाव हेतु श्रमिकांे के बीच सामाजिक दूरी का ध्यान रखा जा रहा है तथा कार्य स्थल पर श्रमिकों के हाथ धोने हेतु पानी एवं साबुन की व्यवस्था की गई है। साथ ही आजीविका मिशन के समूहो के माध्यम से तैयार किये गये मॉस्क भी मजदूरों को उपलब्ध कराये गये है। जलसंरक्षण के प्रारंभ इन कार्यो के पूर्ण होने के पश्चात् सकारात्मक परिणाम स्वरूप जलसंरक्षण में वृद्धि एवं पर्यावरण में भी सुधार देखने को मिलेगा।