भोपाल से अपने गृह जिले भेजे गए गुजरात से आए 1383 श्रमिक

भोपाल से अपने गृह जिले भेजे गए गुजरात से आए 1383 श्रमि


श्रमिकों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को दिल से  धन्यवाद दिया


जिला प्रशासन ने मेडिकल जांच के साथ नाश्ता और भोजन भी उपलब्ध कराया


कोविड-19 लॉकडाउन कें दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में अन्य राज्यो में फंसे हुए मध्यप्रदेश के श्रमिकों को वापिस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस नेक कार्य के क्रम में आज गुजरात के मोरबी से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आए 1383 श्रमिको को सकुशल उनके गृह जिले भेजने की व्यवस्था कलेक्टर श्री तरुण पिथौड़े द्वारा की गई। 
जिला प्रशासन ने आज 53 बसों के द्वारा सभी श्रमिको को इनके जिले रवाना किया। इन सभी श्रमिकों की मेडिकल स्क्रीनिंग कराई गई। इसके बाद यात्रा के दौरान भोजन, नाश्ता के पैकेट और पानी की बोतल भी दी गई।


  आज मोरबी गुजरात से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से हबीबगंज स्टेशन  और भोपाल से भेजे गए इन श्रमिको में रीवा-सीधी जिले के 36, छिंदवाड़ा के 72, शहडोल के 21, बैतूल के 97, रायसेन के 20, छतरपुर के 12,  सतना के 107, गुना से 62, सीहोर के 120, धार के 67, देवास-आगर मालवा के 80, कटनी-जबलपुर-उज्जैन के 66, उमरिया-मंडला-बालाघाट के 24, दमोह के 13, भोपाल के 43,  दतिया के 4, सागर के 249, राजगढ़ के 99, भिंड-ग्वालियर-शिवपुरी-श्योपुर-मुरैना और दतिया के 68, खरगोन- खंडवा के 3-3, विदिशा के 16, सीधी के 3, शाजापुर के 38, झाबुआ-अलीराजपुर- इंदौर के 27, नरसिंहपुर 11 और इंदौर के 2 श्रमिक शामिल है।  विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत इन मज़दूरों में बड़े, बुजुर्ग, महिलायें और बच्चे शामिल है।  


              इन सभी मज़दूरों और उनके परिवार के सभी सदस्यो ने मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा की गई मदद का ह्रदय से आभार प्रकट किया। उन्होंने ने कहा की इस संक्रमण और महामारी के दौरान हमारा विशेष ध्यान रखते हुए हमें घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। इस विषम परिस्थिति में हमें यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है इसके लिए हम शासन-प्रशासन के आभारी रहेंगे। 


         इस पहल ने शासन और जिला प्रशासन के नैतिक जिम्मेदारियों से यह सब सफल हो पाया है। इस नेक कार्यों से आमजन में शासन तंत्र के प्रति विश्वसनीयता बढ़ी है।


CM Madhya Pradesh
Jansampark Madhya Pradesh