जंगल के रास्ते घर लौट रहे 3 युवको पर हाथी ने किया हमला ...2 युवक भाग गए लेकिन एक को हाथी ने पटक पटक कर मार डाला .. धरमजयगढ़ छत्तीसगढ़

जंगल के रास्ते घर लौट रहे 3 युवको पर हाथी ने किया हमला ...2 युवक भाग गए लेकिन एक को हाथी ने पटक पटक कर मार डाला ..


 धरमजयगढ़ क्षेत्र में हाँथियों का तांडव लगातार जारी है । अभी तेंदूपत्ता ओर महुवा का सीजन चल रहा है  ग्रामीण अपनी रोज़ी रोटी के लिए मजबूरन जंगल आना जाना कर रहे है । ऐसे में हाथियों द्वारा विचरण करने से उनकी जान को खतरा बना हुआ है । 



कल रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ रेंज अंतर्गत  चैनपुर के जंगली रास्ते से सायकल में सवार होकर घर आ रहे ग्रामीण जसवंत राठिया को हाँथी ने करीब 200 मीटर दौड़ाकर जंगल के अंदर पटक-पटक कर मार डाला ।यह ह्रदय विदारक घटना उस समय घटित हुई , जब तीन ग्रामीण युवक, समीर ,ललित और जसवंत राठिया सायकल से जंगल रास्ते अपने घर चैनपुर और सेमिपाली की ओर आ रहे थे ।  उसी वक्त जंगल में पहले से मौजूद दंतैल से उनका आमना सामना हो गया। अचानक  यमराज बनकर अपनी ओर आते गजराज को देखकर बुरी तरह घबराए समीर और ललित सायकल छोड़कर जैसे तैसे जान बचाकर भागने में कामयाब हो गए,लेकिन हाँथी जसवंत के पीछे पड़ गया और करीब 200 मीटर जंगल के अंदर उसे  दौड़ाकर अंतत: उसे पकड़ लिया और पटक पटक कर मार डाला ।
जब इस घटना की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो सभी एकत्रित होकर जंगल के अंदर गए और देखा जसवंत की लाश पड़ी हुई थी । हाँथी आगे बढ़ चुका था। इसके बाद ग्रामीणों द्वारा घटना की सुचना वन विभाग व् पुलिस में दी गई । सुचना पर पहुंचा वन अमले ने अग्रिम कार्यवाई करते हुए मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार  के लिए तात्कालिक सहायता राशि नगद 25 हजार रुपए धरमजयगढ़ एसडीओ श्री सरोठे के हाँथो दी  गई । उसके बाद धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल में पोस्ट मार्टम पश्चात शव परिजन को सौंप दिया गया ।   ज्ञात हो की चार दिनों के भीतर हाथियों द्वारा  3 ग्रामीण अपनी जान गँवा बैठे है । हालांकि इधर वन विभाग हाथी से लोगों की सुरक्षा को लेकर माकूल व्यवस्था बनाने में लगातार जुटा  हुआ है।



बहरहाल चैनपुर के जंगल में वन्यप्राणी हाथी द्वारा एक जनहानि हुई है । जानकारी मिलते ही वन अमले  ने  घटनास्थल पहुंचकर आवश्यक कार्यवाही की और मृतक के परिजन को तात्कालिक सहायता राशि दें दी है । लोगों को हाथी से जानमाल की हानि ना हो इसके लिए लगातार गजराज वाहन से सूचना  मुनादी की जा रही है ।ग्रामीणों को समझाइश दी जा रही है कि लोग वन मार्ग का प्रयोग ना करें । जंगल में हाथी होने पर तत्काल इसकी सूचना वनकर्मियों को दें।


कोरबा छत्तीसगढ़ से सिमरन कौर