रामनवमी की शुभकामनाएं
सारंग धनुर्धारी भगवन,श्री राम भुवन भय दूर करो
हे चक्रपाणि कर कृपा दृष्टि, छल, दंभ, द्वेष को दूर करो
हे त्रयंबकेश्वर महादेव, हे नीलकंठ अव्ढरदानी
त्रिलोक्य नाथ रोको-रोको, बढ़ रही नित्य प्रति मनमानी
सम्मोहन, मारण, वशीकरण, उच्चाटन मंत्र प्रयुक्त दिखें
जिनके कारण भय व्याप्त हुआ, भयहीन दिखे भयमुक्त दिखे
अरिहंत तुरंत करो कोतुक, रोको अनर्थ की छाया को
मन प्राण सन्न सहमे सकुचे, क्या हुआ मनुज की काया को
अनुरक्ति बढे़ सीमाओं तक, लेकिन विरक्ति का ध्यान रहे
मिट जाए तिमिर अशिक्षा का, भाषित शिक्षा का दान रहे
मानव अर्पित हो राष्ट्रहेतू, पूजित युग-युग अभिमान रहे
जब तक यह सूरज चंदा चमके, तब तक ये हिंदुस्तान रहे...