किराना व्यापारी को गाली देने वालों, जरा आपको बता दूं,कि सभी भाव आसमान छू रहे हैं, उसका कारण निम्नलिखित है:

किराना व्यापारी को गाली देने वालों, जरा आपको बता दूं,कि सभी भाव आसमान छू रहे हैं, उसका कारण निम्नलिखित है


1) सभी ट्रांसपोर्टरों ने अपना भाड़ा दुगना कर दिया है, क्योंकि उन्हें सिर्फ एक दिशा का भाड़ा मिल रहा है।


2) माल की शॉर्टेज का कारण है कोई भी ट्रांसपोर्टर का ड्राइवर जल्दी तैयार नही हो रहा है माल लाने में, क्योंकि उनको हाईवे पर ढाबे बंद होने से खाने ने दिक्कत हो रही है।


3) हर एक ब्रांडेड कंपनियों ने सभी स्कीमों पर पाबंदी लगा दी है, क्योंकि कंपनी में काम करने वाले मजदूर छुटियों पर है, वे काम नही करना चाहते है, इसलिए कई कंपनी में मैन्युफैक्चरिंग में गिरावट आई है।


4) किराना एसोसिएशन ने खुद को बंद करने की गुहार लगाई थी, लेकिन सरकार ने विनंती करके खुलवाया, ताकि आप भूखे ना मरो।


5) होलसेल और रिटेल किराना व्यापारी अब दुकानें बंद करने के विचार में है, क्योंकि व्यपारियों को भी कोरोना का डर है और भगवान न करे, अगर किसी व्यापारी को कोरोना होता है तो सरकारी मदद मिलने की कोई गुंजाइश नहीं है।


6) अगर आप सोचते हो कि किराना वालों ने आपको लुटा है तो आप एक दम गलत हो। व्यापारी आपके लिए रोज़ सुबह 6 बजे उठ कर किराना माल थोक मंडी से लाता है, क्योंकि 11 बजे थोक मंडी  बंद हो जाती है।
अगर किराना व्यापारी अपने मौत के रिस्क पर आपसे 2 -3 रुपये ज्यादा भी लेता है तो हंसते हंसते दे दो, क्योंकि उसका भी परिवार और वो आपके परिवार के लिए भी सोच रहा है।


जरा दिमाग लगाओ, अगर सभी दुकानों की तरह किराना बंद होता तो क्या आप अब तक जिंदा होते?   


ऐसे लोकडाऊन में भी लोगों के घरों में दाल तड़का, इडली, वड़ा सांभार, चना मसाला, मूंग दाल वड़ा, छोले पुरी, मिसल,पोहा जैसे शाकाहारी व्यजन बन रहे हैं और आप खाने के मजे लूट रहे हो। क्योंकि आपको सामान मिल रहा है, वरना अब तक आपको चावल पानी से गुजारा करना पड़ता, अगर थोक और खुदरा किराना व्यापारीयों ने कोरोना नामक बिमारी के खतरे को देखते हुए अपने व्यापार को बंद करने का निर्णय ले लिया तब आपको एहमियत समझ मे आएगी ... 


पैसा तो हॉस्पिटल में डॉक्टर भी लेता है, लेकिन आप  अन्नदाता को चोर बोलते हो? धन्यवाद मत दो हमें, लेकिन चोर कहने का अधिकार किसीको भी नहीं है, इस बात का ध्यान रखें ...


धन्यवाद दें सब किराना व्यापारी एवं दवा विक्रेताओं का, जिन्होंने विकट परिस्थिति में भी अपनी जान की परवाह किए बिना समाज सेवा को ईश्वर सेवा समझा।
जय भारत 🙏🙏